बुद्धिमत्ता (Intelligence)
कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence) को जानने के लिए
सबसे पहले यह भी समझना होगा की Intelligence (बुद्धिमत्ता)
क्या है. इसके लिए Intelligence (बुद्धिमत्ता) क्या है, उसके
प्रकार, और घटकों को सबसे पहले समझने का प्रयास करते हैं.
बुद्धिमत्ता (Intelligence) क्या है?
Intelligence
(बुद्धिमत्ता) किसी प्रणाली की गणना करने, कारण को
जानने, संबंध को समझने और विश्लेषण की योग्यता है, जिसे वह प्रणाली अनुभव से सीखती है, अपनी स्मृति
में संग्रहित करती है और जरूरत के समय उसे पुनः प्राप्त करती है, समस्या का समाधान करती है, जटिल
विचारों को समझती है, प्राकृतिक भाषा का
धाराप्रवाह प्रयोग करती है, और नई स्थितियों को वर्गीकृत
करते हुए, व्यापक बनाते हुए उसके अनुकूल तैयार होती है.
बुद्धिमत्ता के प्रकार
हॉवर्ड गार्डनर (Howard
Gardner), एक अमेरिकी विकासात्मक मनोवैज्ञानिक, द्वारा
किए गए वर्णन के अनुसार बुद्धिमत्ता भिन्न प्रकार से आती है -
बुद्धिमत्ता
|
विवरण
|
उदाहरण
|
Linguistic
intelligence (भाषा संबंधी
बुद्धिमत्ता)
|
बोलने, समझने, और स्वर विज्ञान (स्वरों की ध्वनि) तंत्र, वाक्य रचना (व्याकरण),
और अर्थ विज्ञान (तात्पर्य) के उपयोग करने की क्षमता
|
व्याख्या करने वाला, भाषण देने वाला
|
Musical
intelligence (संगीत संबंधी बुद्धिमत्ता)
|
ध्वनि का सृजन,
उससे संवाद, और उसके अर्थ को
समझना, ताल और अंतराल की समझ
|
संगीतकार, गायक, रचनाकार
|
Logical-
Mathematical intelligence (तार्किक-गणितीय बुद्धिमत्ता)
|
तथ्यों और कृत्यों की अनुपस्थिति में संबंधों
को समझना और उसका उपयोग जटिल और अमूर्त विचारों को समझना
|
गणितज्ञ, वैज्ञानिक
|
Spatial
intelligence (स्थानिक / स्थान विषयक बुद्धिमत्ता)
|
विजुअल और स्थानिक जानकारी को समझना, उसे बदलना, और
फिर से विजुअल इमेंज को निर्माण करना, बिना
पूर्व संदर्भ के, त्रिआयमी (3-डी) छवियों का निर्माण,
और उन्हें स्थानांतरित करना और घुमाना
|
मानचित्र पाठक (map reader),
अंतरिक्ष यात्री, भौतिकविद
|
Bodily-Kinesthetic
intelligence
|
शरीर के सभी अंगों या कुछ का प्रयोग कर
समस्या का समाधान करना या किसी वस्तु पर नियंत्रण करना, शारीरिक
प्रदर्शन पर पूर्ण और आंशिक नियंत्रण, और
लक्ष्यों में बदलाव की योग्यता
|
खिलाड़ी/ नर्तक
|
Intra-personal
intelligence (अंतरावैयक्तिक बुद्धिमत्ता)
|
खुद की भावनाओं,
मंशा और इरादों के बीच भेद करने की योग्यता
|
दार्शनिक
|
Interpersonal
intelligence (पारस्परिक बुद्धिमत्ता)
|
लोगों की भावनाओं, विश्वास और इरादों को समझना और उनके बीच भेद
करने की योग्यता.
|
साक्षात्कार कर्ता, भीड़ को
नियंत्रित करने वाला, नेतृत्वकर्ता
|
किसी मशीन या कोई सिस्टम (प्रणाली) में कृत्रिम बुद्धिमत्ता है यदि
वह किसी एक या अधिक बुद्धिमत्ता को अपने अंदर समाहित करती है.
किस चीज से बुद्धिमत्ता बनी है?
बुद्धिमत्ता को कोई आकार नहीं दिया जा सकता है. यह निम्न से
बनी है—
Ø तर्क (Reasoning)
Ø सीखना (Learning
Ø समस्या
का समाधान (Problem Solving)
Ø धारणा
बनाना (Perception)
Ø भाषा
संबंधी बुद्धिमत्ता (Linguistic Intelligence)
तर्क (Reasoning )
तर्क करना प्रक्रियाओं का वह हिस्सा है जो कि
हमारे फैसले लेने, निर्णय करने, और अंदाज लगाने का आधार बनते हैं. यह मुख्यतः दो तरह की होती हैं-
·
विवेचनात्मक तर्क (Inductive Reasoning)- व्यापक
बयान देने के लिए, यह विशिष्ट निगरानी
रखाता है. बयान के सभी तथ्य सत्य प्रतीक होते हैं, प्रेरक
तर्क निष्कर्ष के झूठा होने की अनुमति देता है. उदाहरण - " नीता एक शिक्षक
है. सभी शिक्षक अध्ययनशील होते हैं. इसलिए नीता अध्ययनशील है"
·
निगमनात्मक तर्क (Deductive
Reasoning)- यह एक सामान्य बयान
के साथ शुरू होता है और एक विशिष्ट, तार्किक
निष्कर्ष तक पहुंचने के लिए संभावनाओं की जांच करता है. यदि कुछ आम तौर पर सत्य है, यह उस वर्ग के सभी सदस्यों के लिए सत्य होगा. उदाहरण - "60 वर्ष से अधिक आयु की सभी महिला दादी हैं. शालिनी 65 वर्ष की है, इसलिए
शालिनी दादी है."
सीखना (Learning)
यह अध्ययन करके, अभ्यास करके, सीखकर या अनुभव करके
ज्ञान को अर्जित करने की प्रक्रिया है. सीखना, अध्ययन के विषय के बारे में
जागरूकता को बढ़ाता है. सीखने की क्षमता मनुष्यों, कुछ
जानवरों, और Artificial
Intillegence- सक्षम प्रणालियों में होती है. सीखने को वर्गीकृत किया गया है −
·
सुनकर सीखना (Auditory
Learning) – यह
सुनकर सीखना है. उदाहरण के लिए, छात्र रिकॉर्ड किए गए ऑडियो व्याख्यान सुनकर सीखते
हैं.
·
प्रसंग द्वार सीखना (Episodic
Learning) − घटनाओं की श्रृंखला को याद रख के सीखना जिसका कोई गवाह रहा है या
अनुभव किया है. यह रैखिक और व्यवस्थित सीखना है.
·
मोटर लर्निंग (Motor
Learning) − यह मांसपेशियों की सटीक गतिविधियों से सीखना है. उदाहरण के लिए, वस्तुओं को उठाना, लेखन, नृत्य कि विशेष अदाएं आदि.
·
अवलोकन द्वारा सीखना (Observational
Learning) − यह दूसरों को देखकर या उनकी नकल बनाकर सीखना है. उदाहरण के लिए, बच्चे अपने माता-पिता की नकल उतार कर काफी कुछ सीखते हैं.
·
अवधारणात्मक सीखना (Perceptual
Learning) - यह उन परिस्थितियों से फिर से सीखना है जिन्हें पहले देखा या अनुभव
किया जा चुका है. उदाहरण के लिए, वस्तुओं और
स्थितियों का वर्गीकरण और उनकी पहचान करना.
·
संबंधात्मक सीखना (Relational
Learning)− यह उस सीखने को सम्मिलित करता है जो विभिन्न उत्तेजना में संबंधात्मक
गुणों के आधार पर अंतर करता है, न की निरपेक्ष गुणों
के आधार पर. उदाहरण के लिए, खाना बनाते समय आलू
की सब्जी में कम नमक को डालना, जबकि पिछली बार एक
चम्मच नमक डालने पर ज्यादा नमक हो गया था.
·
स्थान-विषयक (Spatial
Learning) − यह दृश्यों के देखने के माध्यम से सीखना है जैसे, चित्र, रंग, नक्शा, आदि. उदाहरण के लिए, एक व्यक्ति सड़क पर चलने से पहले ही एक मानचित्र तैयार कर लेता है.
·
प्रोत्साहन-प्रक्रिया द्वारा सीखना (Stimulus-Response Learning) – यह जब कोई निश्चित प्रोत्साहन मौजूद होता
है तब एक विशेष व्यवहार के प्रदर्शन को करके सीखना है. उदाहरण के लिए, एक कुत्ते घंटी को सुन कर अपने कान उठाता है.
समस्या का समाधान करना (Problem Solving)
समस्या का समाधान करना वह प्रक्रिया है
जिसमें एक पहल करता है और वर्तमान स्थिति में कोई निर्णय लेते हुए एक समाधान पर
पहुंचता है, जो कि ज्ञात और अज्ञात बाधाओं से अवरूद्ध
है.
समस्या के समाधान में निर्णय लेना भी
सम्मिलित होता है, जो कि सबसे उचित विकल्प का अनेक दिए गए विकल्पों में से चयन करता है जिससे की उपलब्ध इच्छित लक्ष्य तक पहुंचा जा सके.
अनुभूति (Perception)
यह संवेदी जानकारी को ग्रहण करने, व्याख्या करने, चयन करने, और व्यवस्थित करने की प्रक्रिया है.
अनुभूति या बोध संवेदनाओं को ग्रहण करता
है. मानव अनुभूति को संवेदी अंगों या ज्ञानेंद्री की मदद प्राप्त करता है. Artificial
Intelligence में अनुभूति तंत्र, सेंसर द्वारा प्राप्त डाटा का सार्थक रूप से उपयोग
करता है.
भाषा संबंधी बुद्धिमत्ता (Linguistic
Intelligence)
यह मौखिक और लिखित भाषा को समझने, बोलने, और
लिखने की योग्यता है. यह परस्पर संवाद में महत्वपूर्ण है.
मानव और मशीन बुद्धिमत्ता में अंतर
मशीनों नियमों और से अंदाज डाटा से अंदाज
लगाती है जबकि मनुष्य पैटर्न (तरीकों) से अंदाज लगाता है.
मनुष्य किसी सूचना को पैटर्न (pattern) के रुप में संग्रहित कर है और याद करता है.
मशीनें उसे सर्च एल्गोरिथम (search algorithm) के
प्रयोग से करती है. उदाहरण के लिए, संख्या 40404040 को याद करना आसान है क्योंकि इसका पैटर्न आसान
है.
• मनुष्य पूरे
प्रायोजन को समझ सकता है तब भी जब कुछ हिस्सा गायब या विकृत है; जबकि मशीनें वर्तमान में इसे सही ढंग से नहीं कर सकती हैं.
No comments:
Post a Comment